भारतीय शेयर बाजार में गिरावट: 5 प्रमुख कारण

भारत के शेयर बाजार में आई गिरावट के ये 5 प्रमुख कारण हैं। अमेरिकी जॉब ग्रोथ रिपोर्ट, बैंक ऑफ जापान की ब्याज दरों में बढ़ोतरी, जियो-पॉलिटिकल टेंशन, भारतीय बाजार का उच्च मूल्यांकन, और निफ्टी में गिरावट ने मिलकर बाजार को प्रभावित किया है। निवेशकों को इन सभी कारकों पर नजर रखनी चाहिए

1 अमेरिकी जॉब ग्रोथ रिपोर्ट के बाद अमेरिकी बाजार में मंदी की संभावना

शुक्रवार को जारी हुई अमेरिकी जॉब ग्रोथ रिपोर्ट ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है। लेबर डिपार्टमेंट की रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई महीने में गैर-कंपनी पेरोल नौकरियों में केवल 114,000 की बढ़ोतरी हुई है, जो उम्मीद से कम है। इसके साथ ही बेरोजगारी दर में भी 4.3% का उछाल आया है, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे अधिक है। इस रिपोर्ट ने निवेशकों के बीच चिंता बढ़ा दी है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी आ सकती है।

2 बैंक ऑफ जापान की ब्याज दरों में बढ़ोतरी और US Tech Stocks में बिकवाली

बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरों में 0.25% की बढ़ोतरी की है और बॉन्ड खरीद को घटाया है, जिससे येन को समर्थन मिला है। इससे निवेशकों को नुकसान से बचने के लिए अपनी स्थिति कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। इस फैसले का असर US Tech Stocks पर पड़ा है, जहां बिकवाली देखने को मिल रही है। इसके परिणामस्वरूप, एशिया सहित ग्लोबल मार्केट्स पर भी इसका प्रभाव पड़ा है।

3 जियो-पॉलिटिकल टेंशन का प्रभाव

सोमवार को बाजार में आई गिरावट का एक और अहम कारण जियो-पॉलिटिकल टेंशन है। ईरान और उसके रिजनल सहयोगियों से हमलों की संभावना ने मार्केट के सेंटिमेंट को प्रभावित किया है। इस तनाव ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है और वे अपने निवेश को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है।

4 भारतीय बाजार का उच्च मूल्यांकन

पिछले हफ्ते भारतीय बाजार का मूल्यांकन जीडीपी अनुपात रिकॉर्ड उछाल के साथ 150% पर पहुंच गया था। डॉ. विजयकुमार ने कहा, “भारत में मूल्यांकन, मुख्य रूप से निरंतर तरलता प्रवाह द्वारा संचालित, विशेष रूप से मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट में उच्च बना हुआ है।” इस उच्च मूल्यांकन ने निवेशकों को मुनाफावसूली के लिए प्रेरित किया है, जिससे बाजार में गिरावट आई है।

5 निफ्टी में गिरावट

बीते सप्ताह पहली बार 25,000 के स्तर को छूने के बाद निफ्टी में गिरावट आई। जेमस्टोन इक्विटी रिसर्च के मिलन वैष्णव ने कहा, “बाजार औसत से काफी विचलित रहा। निकटतम 20-अवधि एमए 1533 अंक है और 50-अवधि एमए शुक्रवार के बंद से 3018 अंक है। औसत पर कोई भी छोटा सा उलटफेर एक मापा सुधारात्मक कदम उठाने के लिए पर्याप्त जगह छोड़ता है।” इससे स्पष्ट होता है कि बाजार में गिरावट के पीछे तकनीकी कारण भी हैं, जो निवेशकों को सतर्क कर रहे हैं।

निवेशकों के लिए क्या है महत्वपूर्ण?

  • लंबे समय के लिए निवेश करें: शेयर बाजार में अल्पकालिक उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। इसलिए, निवेशकों को लंबे समय के लिए निवेश करना चाहिए।
  • विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो बनाएं: निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को विविधतापूर्ण बनाना चाहिए। इससे जोखिम कम हो जाता है।
  • एक योग्य सलाहकार से सलाह लें: निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश करने से पहले एक योग्य सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए।

डिस्क्लइमर [ disclaimer ]hindi.stocknewshub.in वेबसाइट आपको पोस्ट के माध्यम से फाइनेंशियल एजुकेशन देने का काम करती है, देखा जाए तो भारतीय शेयर मार्केट निवेश के लिए जोखिम भरा होता है, तो की निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर है, उसकी सलाह लेना ना भूलिए हमारी वेबसाइट SEBI के वित्तीय सलाहकार नहीं है।

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