23 जुलाई 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भारत का पूर्ण बजट पेश करने वाली हैं। यह खबर न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बल्कि शेयर मार्केट और निवेशकों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए यह बजट सरकार की आर्थिक नीति और विकास की दिशा को निर्धारित करेगा। इस बीच, विदेशी निवेशकों ने जुलाई माह में 19 तारीख तक 30,772 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जो जून और मई महीनों के निवेश के मुकाबले काफी अधिक है। यह आर्टिकल बजट 2024 की संभावनाओं, विदेशी निवेशकों की गतिविधियों और शेयर बाजार पर इसके प्रभाव पर विस्तृत चर्चा करेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का पूर्ण बजट 2024
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में पेश किया जाने वाला यह बजट भारत की आर्थिक दिशा और सरकार की प्राथमिकताओं को स्पष्ट करेगा। पिछले बजटों में, सरकार ने कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल इंडिया जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया है। इस बार का बजट भी इन्हीं प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
बजट 2024 से उम्मीदें
1. कराधान सुधार:
- विदेशी और घरेलू निवेशकों के लिए कराधान नीतियों में सुधार की उम्मीद है।
- कॉर्पोरेट कर दरों को और भी प्रतिस्पर्धी बनाने के उपाय किए जा सकते हैं।
- व्यक्तिगत आयकर स्लैब में बदलाव की संभावना है जिससे मध्यम वर्ग को राहत मिल सके।
2. इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास:
- सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर जोर दे सकती है, जिसमें सड़क, रेलवे, और हवाई अड्डों का विस्तार शामिल है।
- स्मार्ट सिटी परियोजनाओं और ग्रामीण विकास योजनाओं को भी प्राथमिकता दी जा सकती है।
3. कृषि और ग्रामीण विकास:
- कृषि क्षेत्र के लिए विशेष पैकेज और योजनाओं की घोषणा हो सकती है।
- किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से नई नीतियों को लागू किया जा सकता है।
4. स्वास्थ्य और शिक्षा:
- स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए अधिक बजट आवंटित किया जा सकता है।
- शिक्षा क्षेत्र में डिजिटल शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जा सकता है।
5. डिजिटल इंडिया और टेक्नोलॉजी:
- डिजिटल इंडिया के तहत नई योजनाओं की घोषणा की जा सकती है।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, और अन्य उन्नत तकनीकों के लिए अधिक निवेश की संभावना है।
विदेशी निवेशकों की गतिविधियाँ
विदेशी निवेशकों की गतिविधियों को देखकर यह स्पष्ट होता है कि उन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था पर मजबूत विश्वास है। जुलाई माह में 19 तारीख तक विदेशी निवेशकों ने 30,772 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जो जून महीने के 26,565 करोड़ रुपये और मई महीने के 25,586 करोड़ रुपये के निवेश से अधिक है।
1. बढ़ता विश्वास:
- विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार में बढ़ता विश्वास इस बात का संकेत है कि वे भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास को लेकर आशावादी हैं।
- बजट 2024 की संभावनाओं को देखते हुए निवेशकों को अच्छे रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
2. निवेश के प्रमुख क्षेत्र:
- इन्फ्रास्ट्रक्चर, आईटी, फार्मास्यूटिकल्स, और वित्तीय सेवाओं जैसे क्षेत्रों में विदेशी निवेश बढ़ रहा है।
- सरकार की नीतियों और सुधारों के कारण इन क्षेत्रों में निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
शेयर बाजार पर प्रभाव
1. सकारात्मक संकेत:
- बजट 2024 से पहले विदेशी निवेशकों के बढ़ते निवेश ने शेयर बाजार में सकारात्मक संकेत दिए हैं।
- निवेशकों की बढ़ती गतिविधियों से शेयर बाजार में उछाल की संभावना है।
2. लंबी अवधि की वृद्धि:
- बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर और विकास योजनाओं पर जोर देने से लंबी अवधि में शेयर बाजार की वृद्धि को बल मिलेगा।
- नई नीतियों और सुधारों से निवेशकों का विश्वास और मजबूत होगा।
निष्कर्ष
23 जुलाई 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया जाने वाला पूर्ण बजट भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। बजट 2024 से न केवल भारतीय नागरिक बल्कि विदेशी निवेशक भी बहुत उम्मीदें लगाए बैठे हैं। जुलाई माह में विदेशी निवेशकों द्वारा 30,772 करोड़ रुपये का निवेश किया जाना इस बात का प्रमाण है कि उन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास पर मजबूत विश्वास है।
बजट 2024 में कराधान सुधार, इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास, कृषि और ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य और शिक्षा, और डिजिटल इंडिया जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। विदेशी निवेशकों की गतिविधियों और शेयर बाजार पर इसके सकारात्मक प्रभाव से भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
कुल मिलाकर, बजट 2024 भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास और निवेशकों के लिए उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगा। यह समय भारतीय बाजार में निवेश करने का सही समय हो सकता है, क्योंकि बजट 2024 की संभावनाओं से निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ मिलने की संभावना है।