कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में काम करने वाली HG Infra Share कंपनी को कुसुम योजना के लिए 534 करोड़ का नया ऑर्डर प्राप्त हुआ है और साथ में इस कंपनी में भारत के सफल निवषेक सुनील सिंघानिया का भी इस कंपनी में निवेश है और पिछले 3 साल में स्टॉक ने 46% के रिटर्न भी प्राप्त करके दिए हैं।
21 जनवरी 2003 को इस कंपनी की शुरुआत एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड नाम से इसकी शुरुआत हुई थी वर्तमान में यह कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर के सेक्टर में काम करती है और वहां पर कंपनी अधिकतर हरियाणा, राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड,महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में अधिकतर काम करती हुई नजर आती है तो कंपनी के कामकाज में हाईवे, ब्रिज, फ्लाईओवर, रोड प्रोजेक्ट जैसे कामकाज शामिल है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति काफी अच्छी मानी जाएगी क्योंकि HG Infra Share कंपनी के प्रमोटर की होल्डिंग 74.53% की है, तो कंपनी के ऊपर 503.67 करोड़ का कर्ज है, पर कंपनी का कुल मार्केट कैप 5,923.40 करोड का है, तो 179.37 करोड़ की फ्री कैश फ्लो भी कंपनी के पास उपलब्ध है।
सुनील सिंघानिया जो भारतीय शेयर मार्केट के एक सफल निवशेक में शामिल है, उनकी वर्तमान की टोटल नेटवर्थ 2779.48 करोड़ की है और HG Infra Share कंपनी में 1.47% की हिस्सेदारी वर्तमान में है और इसकी होल्डिंग वैल्यू 87.09 करोड़ की है।
कंपनी के पास वर्तमान में 10,000 करोड़ के ऊपर ऑर्डर बुक हो चुकी है क्योंकि 31 दिसंबर 2023 तक कंपनी के ऑर्डर बुक 9626.3 करोड़ की थी जो अब वह 10,000 करोड के पार कर चुकी है और इस आर्डर में अदानी, डीएमआरसी, एनसीआर, जैसी बड़ी कंपनियां शामिल है।
HG Infra Share कंपनी ने अपने एक्सचेंज फाइल द्वारा शेयर मार्केट की जानकारी दी है कि कंपनी को 534 करोड़ का आर्डर जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के तहत कुसुम योजना के तहत 125.72 मेगावाट ग्रीड से जुड़ा प्रोजेक्ट शामिल है।
डिस्क्लइमर [ disclaimer ]hindi.stocknewshub.in वेबसाइट आपको पोस्ट के माध्यम से फाइनेंशियल एजुकेशन देने का काम करती है, देखा जाए तो भारतीय शेयर मार्केट निवेश के लिए जोखिम भरा होता है, तो की निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर है, उसकी सलाह लेना ना भूलिए हमारी वेबसाइट SEBI के वित्तीय सलाहकार नहीं है।
ये न्यूज़ भी जरूर पढ़े…Ashok Leyland Share ने जारी किया डिविडेंड,पिछले साल से डिविडेंड दुगना।
Suzlon energy share के उतार चढ़ाव भर में मिले तेजी के टारगेट