फर्स्टक्राई आईपीओ (FirstCry IPO) की चर्चा आजकल शेयर बाजार में गर्म है, और इसने कई निवेशकों को भारी मुनाफा दिलाया है। लेकिन सबसे दिलचस्प बात यह है कि भारतीय क्रिकेट के लीजेंड सचिन तेंदुलकर और उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर ने इस आईपीओ से बड़ा मुनाफा कमाया है। सचिन तेंदुलकर के इस निवेश ने फर्स्टक्राई में उनकी दिलचस्पी और समझ को भी दर्शाया है।
सचिन तेंदुलकर का फर्स्टक्राई में निवेश
पिछले साल अक्टूबर में, सचिन तेंदुलकर और उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर ने फर्स्टक्राई के 205,153 इक्विटी शेयर खरीदे थे। यह निवेश उन्होंने ₹487.44 प्रति शेयर के भाव पर किया था। इस निवेश के तहत, उन्होंने कुल ₹9.9 करोड़ का निवेश फर्स्टक्राई में किया। यह निवेश कंपनी के भविष्य को देखते हुए किया गया था, और सचिन की सोच और दृष्टिकोण का प्रमाण है।
फर्स्टक्राई आईपीओ का सफल लिस्टिंग
फर्स्टक्राई का आईपीओ शेयर बाजार में सफलतापूर्वक लिस्ट हुआ और इसने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया। लिस्टिंग के दौरान, कंपनी के शेयर ने ₹707.05 का उच्चतम स्तर छुआ। इस बढ़ोतरी ने सचिन और अंजलि के निवेश को भी प्रभावित किया और उनके ₹9.9 करोड़ के निवेश का मूल्य बढ़कर ₹14.5 करोड़ हो गया।
सचिन के निवेश की रणनीति
सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर में जितनी मेहनत और लगन से काम किया है, वह उसी मानसिकता के साथ अपने निवेश में भी ध्यान देते हैं। उन्होंने फर्स्टक्राई में निवेश करते समय कंपनी की विकास की संभावनाओं का गहन अध्ययन किया और तभी इस निर्णय पर पहुंचे। उनकी रणनीति से यह स्पष्ट है कि वह केवल नाम मात्र के लिए निवेश नहीं करते, बल्कि वह अपने निवेश को अच्छे से समझते हैं और जोखिम और लाभ के पहलुओं का मूल्यांकन करते हैं।
फर्स्टक्राई का विकास और भविष्य
फर्स्टक्राई भारत की अग्रणी किड्सवियर और बच्चों के उत्पादों की ई-कॉमर्स कंपनी है। इस कंपनी ने अपने आईपीओ से पहले भी मार्केट में अपनी मजबूत पकड़ बना रखी थी। कंपनी की विकास की रफ्तार को देखते हुए, यह संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में इसके शेयरों की कीमत और बढ़ सकती है। सचिन तेंदुलकर का निवेश इस बात का सबूत है कि वह उभरती हुई कंपनियों की पहचान कर सकते हैं और उनके विकास का हिस्सा बन सकते हैं।